भारत ने क़तर की संप्रभुता के उल्लंघन की निंदा की, पीएम मोदी और क़तर अमीर की बातचीत
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क़तर के अमीर शेख़ तमीम बिन हमद अल-थानी से फ़ोन पर बातचीत कर दोहा पर हुए हालिया इज़राइली हमलों पर गहरी चिंता जताई। मोदी ने स्पष्ट कहा कि भारत क़तर की संप्रभुता के उल्लंघन की कड़ी निंदा करता है और क्षेत्र में शांति व स्थिरता बनाए रखने के लिए संवाद और कूटनीति ही सबसे उचित मार्ग है।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, मोदी ने क़तर की ओर से ग़ाज़ा संघर्ष में मध्यस्थता, संघर्षविराम और बंधकों की रिहाई के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने दोहराया कि भारत हमेशा आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों का विरोध करता है और क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले किसी भी कदम के खिलाफ खड़ा रहेगा।
अमीर शेख़ तमीम ने भारत की इस एकजुटता और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने भारत-क़तर रणनीतिक साझेदारी में हुई प्रगति पर संतोष जताया और ऊर्जा, व्यापार, निवेश और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई।
इससे पहले भारत के विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी कर कहा था कि देश हालिया घटनाक्रम से गहराई से चिंतित है और सभी पक्षों से संयम बरतने तथा कूटनीतिक प्रयासों के माध्यम से समाधान खोजने का आग्रह करता है।
उल्लेखनीय है कि शेख़ तमीम ने फ़रवरी 2024 में भारत का राजकीय दौरा किया था, जिसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। उस समय दोनों देशों ने ऐतिहासिक व्यापारिक रिश्तों, गहरी सांस्कृतिक कड़ियों और आपसी विश्वास को और मज़बूत करने का संकल्प लिया था।
भारत का यह रुख़ स्पष्ट करता है कि वह मध्य पूर्व में शांति, स्थिरता और क़तर की संप्रभुता का मजबूत समर्थक है। साथ ही, भारत-क़तर संबंध लगातार गहराते जा रहे हैं और आने वाले समय में इनकी अहमियत और बढ़ेगी।
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